महिलाओं के जीवन में पीरियड यानी मासिक धर्म बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि मासिक धर्म एक लड़की के जीवन को पूरी तरह से बदल देता है। ये बात और है कि इस दौरान लड़कियों को कई मुश्किलों से गुजरना पड़ता है।
लड़कियों में मासिक धर्म 12 से 15 साल की उम्र में शुरू होता है और रजोनिवृत्ति 50 साल की उम्र में होती है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं को मासिक धर्म आना बंद हो जाता है। मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को पेट में दर्द, ऐंठन या मूड में बदलाव का अनुभव हो सकता है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि मासिक धर्म के कितने दिनों बाद एक महिला गर्भवती हो सकती है।
मासिक धर्म के कितने दिन बाद कोई महिला गर्भवती हो सकती है?
अगर कोई महिला या दम्पति माता-पिता बनना चाहता है तो ओव्यूलेशन इसके लिए सबसे अच्छा समय है। इच्छुक जोड़े डॉक्टर की सलाह पर इसके लिए कदम उठा सकते हैं। यह समय चक्र उन लोगों के लिए सर्वोत्तम है जिन्हें गर्भधारण करने में कठिनाई होती है।
मासिक धर्म के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है?
अक्सर महिलाएं ये सवाल पूछती हैं कि पीरियड्स के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है, तो सबसे पहले हम इन सवालों का जवाब देते हैं। दरअसल, पीरियड्स के कितने दिन बाद गर्भधारण होता है, यह महिला के अंडाशय से निकलने वाले अंडे पर निर्भर करता है, अंडाशय से निकलने वाले अंडे से यह अनुमान लगाया जाता है कि गर्भधारण होगा या नहीं। सेक्स के दौरान यदि अंडाशय से निकला अंडा शुक्राणु से मिल जाता है तो गर्भधारण होना निश्चित है लेकिन यह अंडाशय से निकलने वाले अंडे के समय पर निर्भर करता है, जिसके बारे में सिर्फ आप ही जानते हैं।
मासिक धर्म के करीब 14 दिन बाद अपने पार्टनर के साथ सेक्स करते हैं तो गर्भधारण की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मासिक धर्म चक्र के 14 दिन बाद ओव्यूलेशन का सही समय होता है। अंडाशय से निकला अंडा 12 से 14 घंटे तक जीवित रह सकता है और यदि आप 12 से 14 घंटे के भीतर संभोग करते हैं, तो शुक्राणु इसे निषेचित करता है, जिसके परिणामस्वरूप गर्भावस्था होती है।
मासिक धर्म क्या है?
मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह 12 से 15 साल की उम्र की लड़कियों में दिखाई देने लगता है। इस बीच कुछ लड़कियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालाँकि, लड़कियों के लिए मासिक धर्म भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह और बात है कि महिलाओं को पेट दर्द, ऐंठन आदि का सामना करना पड़ता है।