जालंधर: जालंधर के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा स्ट्रीट क्राइम को रोकने के लिए चलाई गई मुहिम ने शहर में सभी स्ट्रीट क्राइम में 40 प्रतिशत की कमी लाकर महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। यह पहल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव द्वारा स्ट्रीट क्राइम के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेशों का पालन करते हुए की गई है।
आधिकारिक अपराध दर के आंकड़ों के अनुसार, जालंधर शहर में 1 अगस्त 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक स्ट्रीट क्राइम की कुल 137 घटनाएं हुईं, जबकि पिछले साल इसी समय अवधि में ये घटनाएं 211 थीं। सी.पी. स्वपन शर्मा के अनुसार, पूरे शहर में रणनीतिक तरीके से लगाए गए नाके और गश्त में वृद्धि जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हुई है।
सीपी स्वपन शर्मा ने कहा कि चोरी और डकैती के मामलों में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि सेंध लगाकर की गई चोरी और लूटपाट की घटनाओं में क्रमशः 23 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की कमी आई है।
जानकारी के अनुसार, 1 अगस्त 2023 से 31 अक्टूबर 2023 तक चोरी की 100 घटनाएं दर्ज हुई थीं, जो इस वर्ष घटकर 53 रह गई हैं, जबकि लूटपाट की घटनाएं भी 6 से घटकर 3 तक रह गई हैं। इसी समय के दौरान सेंध लगाकर चोरी करने की वारदातें 57 से घटकर 44 और लूटपाट की घटनाएं 48 से घटकर 37 रह गई हैं।
सीपी ने कहा कि अपराध को रोकने के लिए पहचाने गए हॉटस्पॉट्स पर प्रभावशाली ढंग से नाकाबंदी और पीसीआर गश्त के जरिए पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई गई है। इसके अलावा, पूरे शहर में 6000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो समाज विरोधी तत्वों पर चौकसी रखने के लिए अतिरिक्त बल के रूप में कार्य कर रहे हैं।
सी.पी. ने बताया कि सभी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी जालंधर कमिश्नरेट की पुलिस लाइंस में स्थापित अपने तरह के पहले इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आई.सी.सी.सी.) में तैनात विशेष रूप से प्रशिक्षित पुलिस कर्मचारियों द्वारा दिन-रात की जा रही है।