
चंडीगढ़, 23 जुलाई — एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, जो पूर्व में लुधियाना में तैनात रह चुके हैं, उन पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री को भेजी गई विस्तृत शिकायत में दावा किया गया है कि अधिकारी ने अपने कार्यकाल के दौरान 300 से अधिक मामलों की दोबारा जांच के नाम पर भारी रकम वसूली, जिसमें नशा तस्करी जैसे गंभीर मामलों के आरोपी भी शामिल हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार, भ्रष्टाचार के चलते न केवल कई अहम मामलों में चालान दाखिल नहीं किए गए, बल्कि जानबूझकर जांच की प्रक्रिया में देरी कर मुख्य आरोपियों को लाभ पहुंचाया गया।
प्रमुख आरोप इस प्रकार हैं:
•हर बड़े मामले को दबाने के लिए 20 से 50 लाख की वसूली: शिकायत में कहा गया है कि पीड़ितों से मोटी रकम लेकर जांच को प्रभावित किया गया।
•200 से अधिक मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं: FIR दर्ज होने के बावजूद चार्जशीट दाखिल नहीं की गई।
•अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क से संबंध: अधिकारी पर कनाडा और अमेरिका में सक्रिय माफिया से सांठगांठ के आरोप लगाए गए हैं।
•बेनामी संपत्तियां: भारत के अलावा विदेशों में भी संपत्ति अर्जित करने की बात सामने आई है।
•रियल एस्टेट लेनदेन में अनियमितताएं: चंडीगढ़, पंचकूला, दिल्ली और पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के क्षेत्रों में अवैध रियल एस्टेट डील की जांच की मांग की गई है।
शिकायत में संबंधित अधिकारी और उनके नेटवर्क की गहन जांच के साथ-साथ उनकी संपत्तियों की जब्ती और सख्त कानूनी कार्रवाई की अपील की गई है। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा है कि लुधियाना जैसे संवेदनशील शहर में उनकी तैनाती के दौरान कई महत्वपूर्ण मामलों को जानबूझकर कमजोर किया गया।