हिन्दु धर्म में अक्षत अर्थात चावलों को हर शुभ कार्य में उपयोग किया जाता है। अगर चावलों को पीले रंग में रंग कर उपयोग किया जाये तो यह और भी शुभकारक माने जाते हैं। ज्योितिष विद्या में चावलों के उपयोग के कुछ एसे सटीक उपाय बताए गए हैं जिससे धन लाभ होता है और धन संबन्धित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
चावल पीले करने के लिये रंग की जगह हल्दी का उपयोग करें। हल्दी से रंगे हुए चावल ज्यादा लाभदायक और शुभ माने जाते हैं। ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार की पूजा या उपाय में टूटे हुए चावलों का उपयाग ना करें। चावल का एक एक दाना पूरा होना बहुत ज़रूरी है। पर्स में पीले चावल रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन लाभ होता है।
किसी भी प्रकार की पूजा करने से पहले पीले चावलों से भगवान को आमन्त्रित करने से भगवान पूजा में शामिल होते हैं और पूजा को स्वीकार करते हैं। हर दिन चावलों का पूजा में प्रयोग करने पर और चावल किसी ज़रूरतमंद को दान करने पर शुभकारक परिणाम मिलने लगते हैं। पीले चावलों का पूजा में प्रयोग करने से धन लाभ होता है और पैसों की तंगी खत्म होती है।
शुक्रवार को ब्रह्म महूर्त में उठ कर स्नान आदि से निवृत्त होकर मां लक्ष्मी की पूजा करें और एक लाल कपड़े में पीले चावल के 21 अखंडित दाने लेकर बांध दें और उन चावल के दानों को मां लक्ष्मी की पूजा में रखें। पूजा पूरी होने पर उस चावल की पौटली को अपने पर्स या घर की तिज़ोरी में छुपा के रख दें। एसा करने पर मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होकर धन की वर्षा करती है। अपने कार्यस्थल में आ रही किसी भी प्रकार की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए मीठे पीले चावल बनाकर कौओं को खिलाने से समस्या से छुटकारा मिलेगा। श्राद्ध में पीले चावलों की खीर बना कर अमावस्या को कौओं को रोटी के साथ खिलाने से पितर प्रसन्न होते हैं और रुके हुए काम बनने लगते हैं। पितरों को खीर का भोग लगाने से घर में खुशहाली आती है।