
पंजाब सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले में लापरवाही बरतने के आरोप में राज्य सतर्कता ब्यूरो के प्रमुख निदेशक एसपीएस परमार सहित तीन वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित अधिकारियों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) स्वरणजीत सिंह और सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) हरप्रीत सिंह भी शामिल हैं।
एसपीएस परमार को 26 मार्च 2025 को सतर्कता ब्यूरो का प्रमुख नियुक्त किया गया था, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले की जांच में कथित निष्क्रियता के कारण यह कार्रवाई की गई है। यह पहली बार है जब पंजाब सरकार ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के अधिकारी को इस प्रकार निलंबित किया है, जो सतर्कता ब्यूरो के निदेशक के रूप में भी कार्यरत थे।
इससे पहले, फरवरी 2025 में, सरकार ने वरिंदर कुमार को सतर्कता ब्यूरो के प्रमुख निदेशक के पद से हटा दिया था और उनकी जगह एडीजीपी (प्रोविजनिंग) जी नागेश्वर राव को नियुक्त किया गया था। यह कदम भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत उठाया गया था।
इन निलंबनों और नियुक्तियों से स्पष्ट है कि पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में कठोर रुख अपना रही है और जांच एजेंसियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए गंभीर कदम उठा रही है।