
हिंदू पंचांग के अनुसार, 16 मार्च 2025, रविवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा। इस दिन कई शुभ योग और मुहूर्त बन रहे हैं, जो विभिन्न कार्यों के लिए अनुकूल रहेंगे। आइए जानते हैं इस दिन का संपूर्ण पंचांग, शुभ-अशुभ समय, नक्षत्र, योग, करण, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
1. तिथि और पक्ष
• तिथि: चैत्र द्वितीया
• आरंभ: 16 मार्च 2025 को सुबह 04:59 बजे तक
• तृतीया तिथि प्रारंभ: 16 मार्च 2025 को शाम 04:59 बजे से
इस दिन द्वितीया तिथि का अधिकांश समय रहेगा और शाम के बाद तृतीया तिथि आरंभ होगी, जो अगले दिन तक प्रभावी रहेगी। द्वितीया तिथि धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है, और इस दिन व्रत-उपवास और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है।
2. नक्षत्र
• हस्त नक्षत्र: सुबह 11:45 बजे तक
• चित्रा नक्षत्र: सुबह 11:45 बजे के बाद
हस्त नक्षत्र को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, जबकि चित्रा नक्षत्र रचनात्मकता और सौंदर्य से जुड़ा होता है। यह नक्षत्र व्यापार, शिक्षा और कला के क्षेत्र में सफलता दिलाने वाला होता है।
3. योग
• वृद्धि योग: दोपहर 02:49 बजे तक
• ध्रुव योग: दोपहर 02:49 बजे के बाद
वृद्धि योग को शुभ माना जाता है और यह किसी भी नए कार्य को आरंभ करने के लिए अच्छा रहता है। वहीं, ध्रुव योग स्थिरता और दृढ़ निश्चय का प्रतीक होता है।
4. करण
• गर करण: शाम 04:59 बजे तक
• वणिज करण: शाम 04:59 बजे के बाद
गर और वणिज करण व्यापार और आर्थिक गतिविधियों के लिए अनुकूल माने जाते हैं। इस दिन निवेश और खरीदारी करना लाभदायक हो सकता है।
5. सूर्योदय और सूर्यास्त
• सूर्योदय: सुबह 06:29 बजे
• सूर्यास्त: शाम 06:29 बजे
दिन की कुल अवधि लगभग 12 घंटे होगी, जिससे पूरे दिन प्रकाश बना रहेगा और कार्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
6. चंद्रमा की स्थिति
• कन्या राशि: रात 01:15 बजे तक
• तुला राशि: रात 01:15 बजे के बाद
कन्या राशि में चंद्रमा मानसिक शांति और संगठन क्षमता को बढ़ाने वाला होता है, जबकि तुला राशि संतुलन और न्यायप्रियता का प्रतीक होती है।
7. शुभ मुहूर्त
• अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:11 बजे से 12:59 बजे तक
• अमृत काल: सुबह 08:30 बजे से 10:15 बजे तक
इन समयों में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करना अत्यंत लाभकारी रहेगा।
8. अशुभ समय (राहुकाल, यमगंड, गुलिक काल)
• राहुकाल: शाम 05:00 बजे से 06:30 बजे तक
• यमगंड काल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक
• गुलिक काल: सुबह 07:30 बजे से 09:00 बजे तक
इन समयों में नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
9. दिशा शूल
• पश्चिम दिशा
इस दिन पश्चिम दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है। यदि यात्रा अत्यावश्यक हो, तो गुड़ खाकर या तुलसी के पत्ते चबाकर यात्रा करनी चाहिए।
10. विशेष पर्व और त्योहार
• संत तुकाराम जयंती
16 मार्च 2025 को प्रसिद्ध संत तुकाराम की जयंती मनाई जाएगी। यह दिन भक्ति और आध्यात्मिकता के लिए विशेष महत्व रखता है। भक्त इस दिन कीर्तन और सत्संग का आयोजन कर सकते हैं।
11. व्रत और पूजा विधि
• इस दिन चंद्रदर्शन व्रत किया जा सकता है, जिसमें शाम के समय चंद्रमा के दर्शन करना शुभ माना जाता है।
• भगवान विष्णु और शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलेगा।
• धार्मिक कार्यों में मन लगाकर, दान-पुण्य और जरूरतमंदों की सहायता करने से पुण्य की प्राप्ति होगी।
जो भी लोग नए कार्य, निवेश, शिक्षा या धार्मिक अनुष्ठान करना चाहते हैं, वे शुभ मुहूर्त के अनुसार कार्य करें, जिससे अधिकतम सफलता प्राप्त की जा सके।