
मोगा (पंजाब): पंजाब के मोगा जिले में शिवसेना (शिंदे गुट) के जिला अध्यक्ष मंगत राय उर्फ मंगा की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अरुण उर्फ दीपू, अरुण उर्फ सिंघा और राजवीर उर्फ लड्डू के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया, जिसके दौरान फायरिंग भी हुई।
कैसे हुई मंगत राय की हत्या?
गुरुवार रात करीब 10 बजे मंगत राय दूध लेने के लिए अपने स्कूटर से घर से निकले थे, तभी तीन बाइक सवार बदमाशों ने उन पर अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दीं। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि मंगत राय खुद को बचाने के लिए भागने लगे और एक बंद गेट पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने पीछा कर उन्हें कई गोलियां मारी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद हमलावर बाइक से फरार हो गए। मंगत राय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़
हत्या के बाद मोगा पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी और शनिवार को तीनों बदमाशों के ठिकाने पर छापेमारी की। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर गोलीबारी कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
मुठभेड़ में अरुण उर्फ दीपू के बाएं पैर और अरुण उर्फ सिंघा के दाएं पैर में गोली लगी, जबकि राजवीर उर्फ लड्डू भागने की कोशिश में घायल हो गया। तीनों आरोपियों को तुरंत मालोट सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हत्या की वजह – पुरानी रंजिश या गैंगस्टर कनेक्शन?
पुलिस के अनुसार, हत्या के पीछे व्यक्तिगत रंजिश हो सकती है, लेकिन इसमें गैंगस्टर कनेक्शन की भी संभावना जताई जा रही है।
हत्या के बाद आरोपियों ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो अपलोड कर मंगत राय की हत्या की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उन्होंने बदला लेने के लिए यह अपराध किया।
पुलिस का बयान
पंजाब पुलिस ने कहा कि इस घटना के पीछे अन्य किसी साजिश की भी जांच की जा रही है।
डीएसपी ने बताया,“तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उनसे पूछताछ की जा रही है। आगे की जांच जारी है। हत्या की वजह व्यक्तिगत दुश्मनी से जुड़ी हो सकती है, लेकिन हम गैंगस्टर कनेक्शन की भी जांच कर रहे हैं।”
मोगा में दहशत, सुरक्षा कड़ी
इस हत्याकांड के बाद मोगा और आसपास के इलाकों में लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने सख्त कार्रवाई और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेताओं ने कहा है कि पंजाब सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।