
मिशन जीवनजोत के तहत बेसहारा बच्चों के लिए वर्ष 2024-25 के तहत 15.95 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने बच्चों को भीख मांगने से बचाने के लिए 08 जुलाई 2024 से जीवनजोत प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। इस प्रोजेक्ट को जिला स्तरीय टास्क फोर्स के माध्यम से लागू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य भीख मांगने में शामिल बच्चों को बचाना, उनका पुनर्वास करना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना है।
इस अभियान के तहत जुलाई माह से अब तक 268 बच्चों को भीख मांगने से बचाया गया है। पंजाब सरकार द्वारा जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन) एक्ट 2015 के तहत राज्य में 07 सरकारी चिल्ड्रन होम और 39 गैर-सरकारी होम पंजीकृत किए गए हैं, जहां अनाथ, बेसहारा और परित्यक्त बच्चों को आश्रय देने की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि सरकार जल्द ही गुरदासपुर और मलेरकोटला में बेसहारा बच्चों के लिए दो नए होम स्थापित करने जा रही है।
मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने लोगों से अपील की कि यदि उन्हें भीख मांग रहे बच्चों या बाल श्रम में लगे बच्चों के शोषण की कोई जानकारी मिले, तो वे अपने जिले की जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति या विभाग द्वारा संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचित कर सकते हैं। विभाग द्वारा बाल अधिकारों और सुरक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार बच्चों की भलाई और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।