
पंजाब से नशों के खात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा छेड़े गए ‘ड्रग्स के विरुद्ध युद्ध’ को लगातार आठवें दिन जारी रखते हुए पंजाब पुलिस ने आज 516 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके दौरान राज्य भर में 85 एफआईआर दर्ज की गईं और 130 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इससे मात्र आठ दिनों में गिरफ्तार किए गए ड्रग तस्करों की कुल संख्या 1050 हो गई है।
पुलिस टीमों ने गिरफ्तार नशा तस्करों के कब्जे से 3.04 किलोग्राम हेरोइन, 9.3 किलोग्राम अफीम, 6673 नशीली गोलियां/इंजेक्शन और 5.39 लाख रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की है।
यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ की गई।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अगले तीन महीनों में पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के आदेश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कैबिनेट उप-समिति का भी गठन किया है।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने बताया कि 107 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1700 से अधिक पुलिसकर्मियों की 250 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे प्रदेश में छापेमारी की तथा दिनभर चले इस अभियान के दौरान 602 संदिग्धों की जांच भी की।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और राज्य से नशे की समस्या के पूर्ण उन्मूलन तक इस तरह के अभियान जारी रहेंगे।विशेष डीजीपी ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य से नशों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति – प्रवर्तन, नशामुक्ति और रोकथाम (ईडीपी) को लागू किया है और इस रणनीति के ‘नशामुक्ति’ भाग के तहत, पंजाब पुलिस ने 4 व्यक्तियों को नशामुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए प्रेरित किया है, जबकि रोकथाम भाग के तहत, आज राज्य भर में 151 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
उल्लेखनीय है कि पुलिस टीमों ने बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला, संगरूर और एसएएस नगर सहित छह जिलों में 672 दवा दुकानों का निरीक्षण किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन दुकानों में नशीली गोलियां या कोई अन्य आदत बनाने वाली दवाएं न बेची जाएं और दवाओं की बिक्री के संबंध में निर्धारित नियमों का पालन किया जाए।